आप क्या चाहते हैं
एक गाड़ी
एक बड़ी गाड़ी
या एक बहुत बड़ी गाड़ी
तो मैं आपको बता दूँ कि
वारेन बफेट जो इस दुनिया के आठवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं
वो सेकंड हैंड कारों में घूमते हैं ताकि वो रिज़नेबल रहें
अच्छा आप और क्या चाहते हैं
बढ़िया कपडे
बहुत बढियाँ कपडे
या शायद और भी अच्छे
तो आपको ये जानकर हैरानी होगी कि फेसबुक कंपनी के मालिक 38 वर्ष के मार्क जुकेरबर्ग हर दिन एक कलर और डिज़ाइन के कपडे पहनते हैं ताकि बार बार चॉइस करने में टाइम खर्च न हो
एक बात और
क्या आप अच्छा शारीरिक शौष्ठव चाहते हैं
बस ठीक ठाक
बढ़िया
या और भी बढियाँ
तो एक बार मिस्टर वर्ल्ड रहे और कई हॉलीवुड फिल्मो में काम कर चुके अर्नाल्ड साजेनेगर के 70 साल के बाद की फोटो भी देख लीजियेगा जब गठीला शरीर अपनी ताकत खो देता है
शायद आप चाहते होंगे कि बहुत सारे लोग आपको पसंद करें
सैकड़ो
हजारो
या शायद लाखो
तो आपकी जानकारी के लिए मैं बताना चाहूंगा कि परवीन बॉबी और राजेश खन्ना जैसे लाखो लोगो के चहेते सुपर स्टार अपने जीवन के अंतिम समय में बिलकुल अकेले थे
कुछ और बात करते हैं
आप एक घर चाहते हैं
बड़ा
बहुत बड़ा
या शायद महल जैसा
तो आप जरूर जानते होंगे की भगवान बुद्ध अपना महल और सारा ऐसो आराम छोड़कर भिच्छुक हो गए और फिर वापिस महल कभी नहीं लौटे
छोटे बड़े या बहुत बड़े में कभी कभी कोई फर्क नजर नहीं आता
मंदिर की सीढियाँ चढ़ता हुआ आदमी और ईश्वर के दर्शन करके उतरता हुआ आदमी कई बार एक ही पायदान पर होते हैं अंतर करना मुश्किल है
फिर जो चीज हम ढूढ़ रहे है बहुत सारे लोग उसे पा चुके हैं और कोई चमत्कार नहीं घटा उन्हें कोई पंख नहीं लग गए न ही आसमान से सितारों की बारिश हुई सब कुछ वैसा ही है बिलकुल सिंपल बिलकुल नार्मल
फिर वो क्या चीज है जो हमें विशेष बनाती है और जब इस जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है तो इतनी भागदौड़ किस बात की आखिर हम सबको किस चीज की तलाश है
वास्तव में हमारी चेतना जो उस सर्वशक्तिमान का अंश है हमे बार बार कुछ करने को उकसाती है
ये हमे बहुत बड़ा या अनंत बना देना चाहती है
ये अपने ही विराट स्वरुप के दर्शन करना चाहती है
जीवन का उद्देश्य केवल इस बात का अहसास है की सब कुछ हासिल किया सकता है और जब एक बार ये अनुभव हो जाए तो बड़े छोटे का सारा भेद समाप्त हो जाता है इस बात से कोई फर्क ही नहीं पड़ता की हम राजा हैं या भिखारी