एक बाज का अंडा, मुर्गी के अंडो के बीच पहुंच गया I मुर्गी ने बाकी अंडो की तरह उसकी भी देख रेख की I
बाकी अंडो से चूजे निकले और इस अंडे से बाज का बच्चा निकला I धीरे धीरे वो बड़ा होने लगा लेकिन और चूजों की तरह उसने भी फुदकना ही सीखाI
एक दिन उसने एक बाज को आसमान में ऊँचा उड़ते देखा, उसने अपनी माँ से पुछा माँ , मै भी तो इसके जैसा हूँ क्या मै भी इतना ऊँचा उड़ सकता हूँ ?
माँ ने समझाया नहीं वो हमारे जैसा नहीं है अगर तुमने उसके जैसा ऊँचा उड़ने की कोशिश की तो तुम्हारे पंख टूट सकते हैं तुम्हे चोट लग सकती है तुम मुझसे वादा करो की कभी ऐसी कोशिश नहीं करोगे I
और उस बाज के बच्चे ने अपनी माँ की बात मान ली और जिंदगी भर वो मुर्गो की तरह फुदकता ही रहा I
जिस इंग्लिश newspaper में मैंने ये कहानी पढ़ी उसकी आखिरी की लाइने मुझे आज भी याद हैं वो कुछ इस तरह थी
Think success expect success and in all probability you will achieve success. Make things happen, Don’t wait for them to happen. If you wait, chances are that they won’t happen and you will keep on waiting.
मतलब ,सफलता को ही सोचो और उसी की आशा रखो और सफलता तुम्हे जरूर मिलेगी
चीजों को शुरू करो , उसके होने का इंतजार न करो
अगर तुम इंतजार ही करते रहे,
तो कहीं ऐसा न हो,
की वो कभी भी न हों,
और तुम बस इंतजार ही करते रह जाओ !